Leaving Facebook Increase Happiness : खुशी में इजाफा और अपनों के बीच समय निकालने का मौका
Leaving Facebook Increase Happiness : आज से कुछ समय पहले तक फेसबुक या सोशल मीडिया पर केवल युवाओं का दबदबा हुआ करता था.
युवा घंटो-घंटो फेसबुक पर यूँ ही समय बिता दिया करते थे लेकिन आज की स्थिति थोड़ी अलग है.
आज केवल युवा और बच्चे ही नहीं बल्कि बूढ़े-बुज़ुर्ग भी फेसबुक पर घंटो अपना समय बिताने लगे हैं.
सिर्फ इतना ही नहीं हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक तो युवाओं की तुलना में बुज़ुर्ग लोग फेसबुक पर ज्यादा समय बिताते हैं ये बात भी साबित हो चुकी है.
ऐसे में अगर आप भी फेसबुक के आदि बन चुके हैं तो आज हम आपको फेसबुक से जुड़ी एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आपको भी गहरा झटका लग सकता है.
दरअसल हाल ही में हुए एक शोध में ये बात सामने निकल कर आई है कि अगर आप खुश रहना चाहते हैं तो आपको फेसबुक से दूरी बनानी पड़ेगी.
स्टैनफोर्ड और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों के इस रिसर्च में यह बात पूर्ण रूप से सामने आई है कि फेसबुक छोड़ कर आप पहले से कहीं ज्यादा खुश रह सकते हैं.
बता दें कि इस रिसर्च में 1095 लोगों के सैंपल लिए गए थे जिनमें से 94 फीसदी लोग रोजाना फेसबुक यूज करते हैं.
बताया जा रहा है कि इन 1095 सैंपल्स को दो भागों में बांटा गया. एक भाग में आये लोगों को रोज की तरह फेसबुक यूज करने दिया गया.जबकि दूसरे ग्रुप के लोगों को फेसबुक यूज करने से मना किया गया.
इसके एक सप्ताह बाद फेसबुक छोड़ने वाले ग्रुप के 88 फीसदी लोगों ने यह माना कि वो फेसबुक छोड़कर पहले से काफी ज्यादा खुश थे.
फेसबुक छोड़कर खुश होने वाले लोगों के मुताबिक फेसबुक छोड़ने से उन्हें अकेलापन भी महसूस नहीं होता.
इसके अलावा उन्होंने यह भी माना कि फेसबुक छोड़कर उन्हें अपने परिवार, दोस्त और आसपास के लोगों के साथ आमने सामने बात कर काफी खुशी हुई.
हालांकि, सोशल मीडिया पर मौजूदगी कम होने की वजह से खबरों के बारे में उनकी जानकारी और समझ में कमी देखी गई.
इस शोध में शामिल रिसर्चरों ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि, “आमतौर पर हम अपनी जरूरत और अपने पास की चीज छोड़ कर दूसरे की चीजों और उनकी जिंदगी में ज्यादा फोकस करने लगते हैं.”
इसके अलावा इस रिसर्च में शामिल एक और वॉलंटियर के मुताबिक फेसबुक छोड़ने के कुछ दिन बाद उन्होंने पाया कि वह पहले से ज्यादा काम कर पा रही हैं साथ ही वो जिंदगी में पहले से ज्यादा शांति भी महसूस कर रही हैं.
नतीजा : यानी कि मतलब साफ़ है कि अगर हम अपनी ज़िन्दगी में खुश रहना चाहते हैं तो हमें फेसबुक की बनावटी दुनिया के जाल से बाहर निकलना होगा. खुद को भी एक हफ्ते का समय दीजिये क्या पता आप भी इस बात का अनुभव कर पाएं.